*जीवनदायनी संघ ने शासन को भेजा पत्र*
प्रभात गंगा संवाददाता( दिनेश कश्यप)
खरखौदा : सरकारी कोन्टेक्ट पर प्रदेश में गरीबों को चिकित्सा मुहैय्या कराने वाली 108 के कर्मचारियों का वेतन व कोरोना वायरस से बचाव के गाडी अथवा स्वयं को बचाने के कोई सैनेटाईज किट गिलब्स आदि सामान न मिलने पर किया कार्य बहिष्कार !
जी वीके कंपनी के सरकारी हेल्थ विभाग से कोन्टेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों द्वारा किसी भी प्रकार के रोगियों को घर से अस्पताल व अस्पताल से रेफर होने पर बड़े अस्पताल तक ले जाने वाली 108 व 102,एएलएस एम्बुलेंसों के कर्मचारियों के जीवन से सेवा प्रदाता कंपनी जीवीके इएमआरआई खिलवाड़ कर रही है। जिन उपकरणों का प्रयोग कर एंबुलेंस व अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं वह जरूरी उपकरण एम्बुलेंस में नही है और जो हैं भी वह वर्तमान कोरोना वायरस से निपटने वाली मानक के विपरीत हैं। जिसको लेकर एंबुलेंस संघ के प्रदेश कमेटी ने शासन को जरूरी उपकरणों की एक सूची बनाकर मांग की है।
चीन की आफत अब धीरे-धीरे दस्तक देना शुरू कर दिया है। इस वायरस से चीन ही नही बल्कि पूरा विश्व परेशान हैं। कोरोना वायरस से बचने के लिए सरकार सुरक्षा व जागरूकता अभियान चला रही है। सबसे अधिक जरूरी जागरूकता व सुरक्षा उपकरण है जोकि इस रोग से स्वयं अथवा दूसरे लोगों को बचाया जा सकता है लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना एम्बुलेंस सेवा में सबसे महत्वपूर्ण उपकरण ही उपलब्ध नही है। एम्बुलेंसों में जो मास्क है वह मानक विहीन है साथ ही एक ही आक्सीजन मास्क से सभी को ऑक्सीजन दिया जाता है जो इस समय हालात को देखते हुए गलत है,टिपल लेयर,हाथ धुलने के लिए सनलाइजर नही है मास्क,ग्राउन,सर्जिकल दास्ताने,सर्जिकल कैप,बाल्टी मग,वासिंग पाउडर,हैंडवाश लिकव्ड,फिनायल उपलब्ध नही है। जो कि कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए बहुत ही जरूरी है।