- भ्रष्टाचार संबंधित गतिविधि के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी:- अवनीश पांडे
- वीडियो वायरल होते ही दरोगा पीड़ित को मनाने उसके घर पर पहुंचा और कहा इस बार बचा लो
- आगे से तुम्हारे सारे काम
प्रभात गंगा संवाददाता
मेरठ । प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के आदेश के बावजूद कुछ पुलिसकर्मी अपनी मनमानी अवैध वसूली और रिश्वतखोरी से बाज नहीं आ रहे ऐसा ही एक मामला बवाना थाने का सामने आया है। मवाना थाने में तैनात उप निरीक्षक दौलत राम मीणा की रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। वही आरोपी दरोगा पुलिस चौकी पर ताला लगा कर कहीं गायब हो गया है। बता दे पिछले साल होर्डिंग लगाने को लेकर दो व्यक्तियों के बीच में मारपीट हो गई थी जिसमें आदित्य रस्तोगी ने राहुल चौधरी के खिलाफ मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन विधायक दिनेश खटीक के हस्तक्षेप के बाद समझौता हो गया था और पीड़ित ने एफिडेविट दे दिया था।लेकिन दरोगा दौलतराम मिणा मुकदमे में एफआर लगाने की बजाय शोरूम मालिक पर दबाव बनाकर पैसों की मांग करने लगा और खुद ही फोन करता था। राहुल चौधरी ने बताया कि उसने 2 बार में 51सौ रुपए दरोगा को दिए और इस दौरान वीडियो भी रिकॉर्ड कर ली
आरोप है कि दरोगा अपनी आईएस बेटी के नाम पर लोगों पर प्रभाव जमाता था। वही मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचने के बाद एसपी देहात अवनीश पांडे ने बताया की मवाना ने थाने में तैनात उपनिरीक्षक दौलत राम मीणा का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह पर दबाव बनाने के लिए फोन पर बात व रिश्वत लेता हुआ नजर आ रहा है। बताया कि शासनादेश व उच्चाधिकारियों का स्पष्ट आदेश है कि भ्रष्टाचार संबंधित गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मामले को संज्ञान में लेते हुए क्षेत्राधिकारी मवाना से इस पूरे पब्लिक रिपोर्ट मंगा ली गई है जो कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भेजी जा रही है। बताया कि आरोपी दरोगा दौलतराम वीणा के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी