प्रभात गंगा संवाददाता
मेरठ। व्हीलर क्लब में सेंट जोंस सीनियर सेंकडरी स्कूल कैंट की एलयुमिनी मीट का आयोजन किया गया। जिसमें वर्ष 1985 बेेच के पुरानत रहे छात्र-छात्राओं ने अपने परिवार के संग भाग लिया। कार्यक्रम में मोस्को व बांग्लादेश से पुरानतन छात्र आये। इस दौरान सभी ने फ ोटो सेशन के साथ जमकर मस्ती की।
एलयुमिनी मीट मे सभी ने एक-दूसरे संग मिलकर अपनी यादों केा ताजा किया ओर व्हीलर क्लब में फ ोटो याद को कैद किया। मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य चन्द्रलेखा जैन ने अपने विचार रखते हुए इस करवों को आगे बढाते रहने की प्रेरणा दी।उन्होनें स्कूल की उपलब्धि के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम के दौरान पुरातन छात्रों ने कहा कि स्कूल में काफी बदलाव आ गया है। पहले से अब अच्छे भवन बन गये है। आज भी स्कूल अपनी पुरानी यादों को संजोए हुए हैं। इस दौरान पुरातन छात्रों ने स्कूल परिसर का भ्रमण करते हुए पुरानी यादों को ताजा किया। काफी देर तक पुरातन छात्र पुरानी यादों में खो गये। इस दौरान स्कूल की जुडी क्रास वर्ड क्विज और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें सभी ने बढचढ कर भाग लिया। कार्यक्रम में आये अनुराग अवस्थी और विकास बंसवाल ने बताया कि काफ ी लंबे समय से प्रयास चल रहा था अब जाकर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर शुभ्रा अवस्थी, अलका विनायक, दीपाली पारूल एवर्षा आदि मौजूद रही।
पुराने साथियों से मिलने बांग्लादेश से पहुंचे मधुरेश
सेंट जोन्स से पढ़ाई का चुके मुधेरश शर्मा यादों को ताजा करने के लिये बांग्लादेश से सेट जोन्स खींच लायी। उन्होनें बताया कि जब उन्हें पता चला कि सभी साथी पहुंच रहे हैं। तो उनसे रुका नहीं गया। उन्होंने बताया 85 के बाद स्कूल को देखकर जिनती खुशी उन्हें मिली है, वह बया नहंीं कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि पुराने साथियों से मिलकर ऐसा लग रहा है जैसे पुरानी दिन लौट आए।
परिवार संग पहुंचे मास्को दूतावास में तैनात शिशिर
मास्को दूतावास में कार्यरत शिशिर श्रेत्रिय अपने साथियों से मिलने के लिये परिवार संग पहुंचे। उन्होंने परिवार संग स्कूल मे बिताये समय का पुराने साथियों के संग साझा किया। उन्होंने बताया उन्हें पुराने सथियों से मिलकर काफी खुशी महसूस हो रही है।
याद आया स्कूल का फेयरवेल
मनरेगा में लोकपाल के पद पर तैनात अंशु त्यागी जब एलयूमिनी मीट में पहुंची तो वह बेहद खुश नजर आयी। वह कुछ देर के लिये भावुक हो गयी। उन्होंने बताया स्कूल की ड्रेस में उन्होने फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया था। कैसे समय बदल रहा है।पुराने साथियों से मिलकर काफ ी खुशी हो रही है।